30 March, 2017

बंद खिड़कियां ....

Shayari of Dr (Miss) Sharad Singh

जाने   कितने   राज़   छिपाये   रहती हैं
बंद खिड़कियां फिर भी कुछ तो कहती हैं
कुछ झगड़े, कुछ मीठी बातें   झिरियों से
यादों  की  धारायें   बन   कर  बहती हैं
- डॉ. शरद सिंह 

 (*झिरियों = दरारों)

#Shayari #SharadSingh

23 March, 2017

साथ मेरे रह रहा है ...

Shayari of Dr (Miss) Sharad Singh
मेरी अांखों को जाने ख़्वाब कैसा दिख रहा है
सुलगती रेत में  भी  एक  दरिया  बह रहा है
परिंदे  उड़ रहे  हैं  तोड़ कर  पिंजरों के ताले
वो  मुझसे  दूर  हो कर  साथ मेरे रह रहा है
- डॉ शरद सिंह


21 March, 2017

Poetry of Dr (Miss) Sharad Singh on World Poetry Day 2017

Poetry of Dr (Miss) Sharad Singh on World Poetry Day 2017

On #WorldPoetryDay #विश्व_कविता_दिवस ....

कविता
मात्रा शब्दों का समूह नहीं
भावना है, आत्मा है, अनुभव है
और प्रवाह है स्पर्श का -
एक संवेदना से दूसरी तक !

            - डॉ. शरद सिंह 

poem
is not only a group of words
Is the feeling, the soul, the experience
And is the flow of touch -
From one sensation to another!

                          - Dr (Miss) Sharad Singh

विश्व कविता दिवस 2017 ... डॉ. शरद सिंह की पांच कविताएं

Happy #WorldPoetryDay #विश्व_कविता_दिवस 2017 को दैनिक 'आचरण' (सागर) में शब्द पर केन्द्रित प्रकाशित मेरी पांच कविताएं ... 💐हार्दिक आभार "दैनिक आचरण" !!! 
Vishwa Kavita Diwas 2017, Aacharan, Sagar Edition ... Five Poems of Dr (Miss) Sharad Singh


तृप्ति क्या है? प्यास क्या है?


धूप,  तारे,  रेत,  मिट्टी,  शेष  गाथा  बोल देंगे
तृप्ति क्या है? प्यास क्या है? राज़ सारा खोल देंगे
ज़िन्दगी ने बांध कर अनुबंध में बोला ‘शरद’ से
नाट्य  ‘ओथेलो’  करेंगे,  नायिका का  रोल देंगे
- डॉ शरद सिंह


(मेरे ग़ज़ल संग्रह 'पतझर में भीग रही लड़की’ से ... * ‘ओथेलो’ शेक्सपियर का सुप्रसिद्ध नाटक जिसमें नायिका पर बेवज़ह शक़ किया जाता है और उसी बेबुनियाद शक़ के कारण उसे मार दिया जाता है।)

#Shayari #SharadSingh

15 March, 2017

इस बार होली पर यादें ... सिर्फ़ यादें ....

Dr Varsha Singh & Dr Sharad Singh with uncle Late Kamal Singh Chauhan in their childhood
इस वर्ष मेरी होली बेरंग थी क्योंकि मेरे प्यारे कमल सिंह मामा जी मेरे साथ नहीं थे ...
इस तस्वीर में - मैं अपने कमल सिंह मामा जी की गोद में हूं और साथ खड़ी हैं मेरी दीदी डॉ वर्षा सिंह।

March, 2017
 

This year my HOLI was colorless because my loving Uncle had not with me...
In this pic - I am in my uncle's lap & my Didi Dr Varsha Singh stands beside.


I miss U Kamal Mama !!! 

May your soul rest in peace !!!

02 March, 2017

थके हुए पांव ...

Shayari of Dr (Miss) Sharad Singh

थके  हुए  पांव  अभी ठहरे हैं
दिल पे जो घाव लगे, गहरे हैं
- डॉ शरद सिंह

#Shayari #SharadSingh

01 March, 2017

चला आए यूं आंखों में ...

Shayari of Dr (Miss) Sharad Singh

कोई दस्तक, कोई आहट, चमक लाए यूं आंखों में
हक़ीकत बन के इक सपना चला आए यूं आंखों में
- डॉ शरद सिंह

#Shayari #SharadSingh